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जिओ 5 जी लॉन्च करने वाला हिमाचल का पहला विश्वविद्यालय बना एपीजी शिमला विश्ववविद्यालय

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जिओ 5-जी सेवा से हर क्षेत्र में होंगें क्रांतिकारी बदलाव, जिओ 5-जी सेवा लॉन्चिंग समारोह के अवसर पर बोले एपीजी विश्वविद्यालय के चांसलर इंजीनियर सुमन विक्रांत
शिमला, मई 31
जियो मोबाइल फोन कंपनी ने बुधवार को एपीजी शिमला विश्ववविद्यालय के सभागार में प्राध्याकों, प्रोफेसरों, विद्यार्थियों और कर्मचारियों और जिओ के कार्यकारी अधिकारियों और टेक्नीशियन की टीम की उपस्थिति में जिओ ट्रू 5 -जी (Jio True 5G ) सर्विस लॉन्च की गई जिसका शुभारंभ व श्रीगणेश एपीजी शिमला विश्ववविद्यालय के चांसलर इंजीनियर सुमन विक्रांत ने सरस्वती वंदना व दीप प्रज्वलित कर किया। इस 5-जी सेवा समारोह के दौरान जिओ के कार्यकारी अधिकारी और एपीजी शिमला विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक अफ़ज़ल खान विशेष रूप से उपस्थित रहे। इस जिओ ट्रू 5 -जी के लॉन्च से एपीजी शिमला विश्ववविद्यालय के विद्यार्थियों, शिक्षकों और प्रबंधन अधिकारियों, कार्यकारी अधिकारियों और स्मार्ट शैक्षणिक गतिविधियों के लिए फायदा होगा। यह बता दें कि इस 5-जी सर्विस से जुड़ने वाला एपीजी शिमला विश्ववविद्यालय हिमाचल प्रदेश का प्रथम व एकमात्र निजी विश्ववविद्यालय बन गया है। जिओ कंपनी के कार्यकारी अधिकारियों ने बताया कि विश्ववविद्यालय कैंपस में बिना किसी अतिरिक्त कीमत के 1 जीबीपीएस+ स्पीड तक अनलिमिटेड डेटा शिक्षकों, विद्यार्थियों और कार्यालय से संबंधित कार्यों से लेकर अध्ययन और शिक्षण क्रियाकलापों को बेहतर बनाने के लिए प्रदान किया जाएगा। जिओ ट्रू 5-जी सर्विस लॉन्चिंग समारोह के उपरांत चांसलर इंजीनियर सुमन विक्रांत ने जिओ 5-जी के कार्यकारी अधिकारियों का एपीजी शिमला विश्ववविद्यालय के लिए 5-जी सर्विस प्रदान करने के लिए आभार जताते हुए और विश्ववविद्यालय सभागार में उपस्थित सभी शिक्षकों और विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि जियो की अभूतपूर्व 5-जी सेवाएं एपीजी शिमला विश्ववविद्यालय कैंपस में क्रांतिकारी बदलाव लाएंगी, छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों को अद्वितीय कनेक्टिविटी के साथ सशक्त बनाएंगी और विभिन्न क्षेत्रों में प्रगति का मार्ग प्रशस्त करेंगी। चांसलर सुमन विक्रांत और जिओ के कार्यकारी अधिकारी नीलेश भट्ट ने विद्यार्थियों और शिक्षकों से संवाद करते हुए कहा कि जिओ विश्वविद्यालय के परिसर में 5G सेवाओं को रोल आउट करने वाला पहला और एकमात्र ऑपरेटर है, जो विश्वविद्यालय के हर कोने को कवर करता है, जिसमें इसके सभी शैक्षणिक संकाय ब्लॉक, विभाग, हॉल, हॉस्टल, ईटिंग जॉइंट, क्लासरूम, फन जोन, खेल सुविधाएं, प्रशिक्षण केंद्र, प्रयोगशालाएं और अनुसंधान शामिल हैं।
चांसलर सुमन विक्रांत ने कहा कि विश्वविद्यालय में 5 जी की हाई स्पीड नेटवर्क सेवाओं से सभी लाभान्वित होंगे। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की पहल पर 5जी सेवा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुछ महीने पहले देश प्रदेश की आर्थिकी, संचार, शिक्षा, टेक्नोलॉजी, मनोरंजन, स्वास्थ्य और कृषि से लेकर हर क्षेत्र में सुदृढ़ विकास के लिए विकसित देशों की तरह एडवांस्ड 5-जी इंटरनेट सेवा की शुरुआत की थी और हिमाचल में यह सेवा एक-दो कस्बों में उपलब्ध है जबकि शिक्षण संस्थानों में एपीजी शिमला विश्ववविद्यालय पहला विश्ववविद्यालय है जो इस आधुनिक 5 जी सेवा से जुड़ गया है।
चांसलर इंजीनियर सुमन विक्रांत ने कहा कि एपीजी शिमला विश्ववविद्यालय के कैंपस में जियो ट्रू 5जी सर्विस शुरू होने से हमारे स्टूडेंट्स और स्टाफ को क्रांतिकारी जियो 5जी टेक्नोलॉजी तक पहुंच हासिल होगी। यह सीखने-सिखाने की प्रक्रिया को सुगम बनाएगा क्योंकि यह उन्हें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई), वर्चुअल रियलिटी, गेमिंग, ऑटोमेशन, ई-गवर्नेंस, हेल्थकेयर, आईटी और उभरते क्षेत्रों में सीखने और अनुसंधान के मामले में असंख्य अवसरों से लैस करेगा। इंजीनियर सुमन विक्रांत ने कहा कि एपीजी शिमला विश्ववविद्यालय हमेशा अपने शिक्षकों, कर्मचारियों और विद्यार्थियों को अद्यतन रखने और वैश्विक मानकों के अनुरूप रखने के लिए सर्वश्रेष्ठ करने में विश्वास करता है और विद्यार्थियों को सीखने का सबसे अच्छा माहौल और सभी आवश्यक उपकरण प्रदान करने के लिए लगातार प्रयास करता है। जिओ ट्रू 5-जी लॉन्चिंग समारोह के अवसर पर बड़ी संख्या में अन्य गणमान्य लोग भी उपस्थित रहकर जी-5 की सेवाओं के लाभों के बारे में जाना।

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