कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों के साथ किया संवाद
1 min read‘किसान भागीदारी-प्राथमिकता हमारी’ अभियान के तहत किया आयोजन
हमीरपुर 26 अप्रैल। कृषि विज्ञान केंद्र बड़ा में ‘किसान भागीदारी-प्राथमिकता हमारी’ अभियान के तहत किसान वैज्ञानिक परिचर्चा आयोजित की गई। इस परिचर्चा में कृषि विकास खंड सुजानपुर, नादौन, हमीरपुर और बिझड़ी से लगभग 330 किसानों एवं कृषक महिलाओं ने भाग लिया। कार्यक्रम में बीडीसी उपाध्यक्ष वीरेंद्र पठानिया ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की।
इस अवसर पर वीरेंद्र पठानिया ने किसानों से आग्रह किया कि वे अपनी आय बढ़ाने के लिए वैज्ञानिक ढंग से खेती करें और अधिक से अधिक संख्या में कृषि विज्ञान केंद्र से जुड़ें। इससे पहले कृषि विज्ञान केंद्र के कार्यक्रम समन्वयक डॉ. चमन लाल चौहान ने मुख्य अतिथि, अन्य वक्ताओं और सभी प्रतिभागी किसानों का स्वागत किया तथा केंद्र की विभिन्न गतिविधियों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कृषि विज्ञान केंद्र में समय-समय पर किसानों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इच्छुक किसान इसके लिए केंद्र में आवेदन कर सकते हैं।
इस अवसर पर आतमा की परियोजना निदेशक डॉ. नीति सोनी ने प्राकृतिक खेती और विषयवाद विशेषज्ञ डॉ. सुरेश धीमान ने कृषि विभाग की गतिविधियों से अवगत करवाया। डॉ. छवि ने अमरूद, अनार और अन्य फलों में लगने वाले कीड़ों की रोकथाम तथा बेल वाली सब्जियों में लगने वाली मक्खियों के नियंत्रण के उपाय बताए। डॉ. नवनीत जरयाल ने किसानों को प्राकृतिक खेती से संबंधित क्रियाओं की जानकारी दी। रेखा डोगरा ने सब्जियों एवं फलों की तुड़ाई उपरांत प्रबधंन के बारे में बताया तथा किसानों को समूहों में कार्य करके अपनी आमदनी बढ़ाने की सलाह दी। परिचर्चा के दौरान इन विशेषज्ञों ने किसानों की विभिन्न शंकाओं का समाधान भी किया।
इस अवसर पर आतमा के उप-परियोजना निदेशक डॉ. राजेश शर्मा, जिला कृषि अधिकारी डॉ. अनूप कतना, आकाशवाणी हमीरपुर से अनुज और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।