विश्व के सबसे उंचे सड़क से जुड़े गांव कोमिक में 100 प्रतिशत टीकारण
हिमाचल प्रदेश के जनजातीय और छह महीने से बर्फ से ढके रहने वाले जिला लाहुल स्पिति के काजा खंड में कोरोना महामारी के खिलाफ टीकाकरण के तहत 18 से 44 आयु वर्ग के लोगों का किया जा रहा है। सोमवार को 18 से 44 आयु वर्ग के 77 लाभार्थियों को वैक्सीन लगाई गई। काजा में 45 साल से अधिक आयु वर्ग में 100 फीसदी लक्ष्य हासिल किया जा चुका है।
साठ वर्ष से अधिक आयु वर्ग के वरिष्ठ नागरिकों को पहली और दूसरी दोनो डोज दी जा चुकी है। वहीं 45 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के नागरिकों को अभी पहली डोज ही दी गई है। जल्द ही उन्हें दूसरी डोज दी जाएगी। अब विश्व के सबसे उंचे गांव कोमिक में 100 प्रतिशत टीकारण विश्व के सबसे उंचे गांव कोमिक में 100 प्रतिशत टीकाकरण किया जा चुका है।
गांव में सभी आयु वर्ग के लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है। लांगचा पंचायत के तहत 4587 मीटर की उंचाई पर स्थित कोमिक गांव में 100 फीसदी टीकारण किया गया है। एडीएम ज्ञान सागर नेगी ने जानकारी देते हुए कहा कि स्पिति बर्फबारी के कारण कई महीनों तक अन्य हिस्सों से कटा रहता है। यहां पर गांव तक बर्फबारी में पहुंचने में काफी दिक्कतों को सामना करना पड़ता है और तापमान माईनस 30 से 40 डिग्री । वैक्सीन को लेकर हमारे सामने काफी चुनौतियां थी ।
गांव गांव जाकर लोगों को वैक्सीन के प्रति जागरूक किया उनके भ्रांतियों को दूर किया। इसके बाद फ्रंट लाइन वाॅरियरर्स ने जब वैक्सीन लगा ली तो लोगों को जागरूक करने में काफी सफलता मिली। स्वास्थ्य विभाग की टीम के प्रयासों के कारण 45 वर्ष से अधिक आयु वर्ग को 100 प्रतिशत वैक्सीन लगाई जा चुकी है। 18 से 44 वर्ष के आयु वर्ग को वैक्सीन की पहली डोज लगाई जा रही है। खंड चिकित्सा अधिकारी डा तेंजिन नोरबू ने कहा कि 18 से 44 आयु वर्ग के लाभार्थियों को वैक्सीन लगाई जा रही है। सोमवार को 77 लाभार्थियों को पहली डोज लगाई गई है।
काजा खंड की कुल 13 पंचायतों में से 10 पंचायतें इंटरनेट से जुड़े नहीं है। ऐसे में ऑफलाइन माध्यम से ड्रा ऑफ लॉट्स से लाभार्थियों का चयन करके वैक्सीन लगाई जा रही है।