एकीकृत बागबानी विकास मिशन के तहत 10 करोड़ 27 लाख की कार्ययोजना: एडीसी
धर्मशाला, 27 जनवरी – कांगड़ा जिला में एकीकृत बागबानी विकास मिशन के तहत 10 करोड़ 27 लाख की कार्ययोजना तैयार की गई है ताकि जिला में बागबानी को बढ़ावा दिया जा सके और बागबानों की आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ किया जा सके।
यह जानकारी अतिरिक्त उपायुक्त राहुल कुमार ने बुधवार को बागबानी विभाग के सभागार में एकीकृत बागबानी विकास मिशन की बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी। उन्होंने कहा कि कांगड़ा जिला में बागबानी की असीम संभावनाएं हैं तथा खेतीबाड़ी के हटकर किसानों को बागबानी के साथ जोड़ने के लिए एकीकृत बागबानी विकास मिशन के तहत सरकार की ओर तकनीकी मदद और उपकरणों की खरीद के लिए उपदान भी प्रदान किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि खुंब उत्पादन, पुष्प उत्पादन तथा फल उत्पादन के क्षेत्र में कई किसान बेहतर कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बागबानी विभाग की ओर से बेहतर किस्म की पौध किसानों को उपलब्ध करवाने पर जोर दिया जा रहा है। अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा कि किसानों को पॉवर ट्रिलर भी उपदान पर दिए जा रहे हैं इसके साथ ही सिंचाई के लिए भी बेहतर सुविधा उपलब्ध करवाने का एकीकृत बागबानी विकास मिशन में प्रावधान किया गया है।
अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा कि वैज्ञानिक ढंग से बागबानी को बढ़ावा दिया जा रहा है इस के लिए किसानों को विभाग की तरफ नियमित तौर पर प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है इसके साथ ही किसानों के लिए अन्य राज्यों के लिए विजिट का प्रावधान भी रखा गया है। अतिरिक्त उपायुक्त ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि एकीकृत बागाबनी विकास मिशन के तहत चलाए जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों एवं स्कीमों के बारे में लोगों तक जानकारी पहुंचाने के लिए कारगर कदम उठाए जाएं इसमें पंचायत प्रतिनिधियों को भी शामिल किया जाए ताकि ज्यादा से ज्यादा किसान लाभांवित हो सकें।
इस अवसर पर अतिरिक्त निदेशक डा डीआर वर्मा ने कांगड़ा जिला में फल उत्पादन को लेकर उठाए जा रहे कदमों के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की गई। इससे पहले उपनिदेशक केएस नेगी ने मुख्यातिथि का स्वागत करते हुए विभाग की कार्य योजना के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की गई। इस अवसर पर बागबानी विशेषज्ञ डा संजय गुप्ता ने एकीकृत बागबानी विकास मिशन को लेकर एक प्रेंजेंटेशन भी प्रस्तुत की। इस अवसर पर एसएमएस बागबानी डा सरिता सहित प्रगतिशील किसान भी उपस्थित थे।