गेयटी सभागार में दो साहित्यिक कृतियों का लोकार्पण, समकालीन हिंदी लेखन पर हुआ विमर्श
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शिमला के ऐतिहासिक गेयटी सभागार में शुक्रवार को हिंदी साहित्य के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण साहित्यिक आयोजन सम्पन्न हुआ, जिसमें दो चर्चित कथा-कृतियों का लोकार्पण किया गया। वरिष्ठ कवि-कथाकार गुप्तेश्वर नाथ उपाध्याय के उपन्यास ‘ब्रिटिश अकेशिया’ और कुल्लू की कवि-कथाकार इशिता आर. गिरीश के कहानी-संग्रह ‘सपनों का ट्रांसमिशन’ का विमोचन वरिष्ठ लेखक एवं प्रशासनिक सेवा से सेवानिवृत्त अधिकारी श्रीनिवास जोशी की अध्यक्षता में हुआ।

लोकार्पण समारोह के अंतर्गत आयोजित संवाद सत्र में अध्यक्ष श्रीनिवास जोशी के साथ-साथ मीनाक्षी एफ. पॉल, हेमराज कौशिक, आत्मा रंजन और सत्यनारायण स्नेही ने मुख्य वक्ता के रूप में सहभागिता की। वक्ताओं ने दोनों पुस्तकों के कथ्य, शिल्प और समकालीन संदर्भों पर गहन चर्चा करते हुए इन्हें समकालीन हिंदी साहित्य की महत्वपूर्ण उपलब्धियाँ बताया। उन्होंने कृतियों में निहित सामाजिक सरोकारों और मानवीय संवेदनाओं को विशेष रूप से रेखांकित किया।
उपन्यास ‘ब्रिटिश अकेशिया’ का प्रकाशन अयन प्रकाशन, नई दिल्ली तथा कहानी-संग्रह ‘सपनों का ट्रांसमिशन’ का प्रकाशन हंस प्रकाशन, नई दिल्ली द्वारा किया गया है। कीकली ट्रस्ट के सौजन्य से आयोजित इस आयोजन में शिमला सहित विभिन्न क्षेत्रों से लगभग पचास लेखक, साहित्यकार और संस्कृति कर्मी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में के. आर. भारती, राजकुमार राकेश, ओमप्रकाश शर्मा, वीरेंद्र सिंह, अनिल हार्टा, भूप सिंह रंजन, जवाहर कौल, स्नेह नेगी, जगदीश बाली, सीताराम शर्मा, श्याम शर्मा, राधा सिंह, भारती कुठियाला, निरंजना शर्मा, रितांजलि हरतीर सहित अनेक साहित्यप्रेमियों और शोधार्थियों की उल्लेखनीय उपस्थिति रही। इस अवसर पर लेखक गुप्तेश्वर नाथ उपाध्याय की अर्धांगिनी शैल उपाध्याय तथा इशिता आर. गिरीश के पति गिरीश शर्मा भी विशेष रूप से उपस्थित रहे।
कीकली ट्रस्ट की अध्यक्ष वंदना भागड़ा ने कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए सभी लेखकों, वक्ताओं, संस्कृति कर्मियों और मीडिया पार्टनर हिमाचल टुनाइट का स्वागत एवं आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का सधे हुए और सुरुचिपूर्ण संचालन कवि दिनेश शर्मा ने किया।

