माहवारी एक जैविक घटना-स्वच्छता है जरूरी-डाॅ. साधना
कुल्लू 2 अप्रैल – माहवारी सभी महिलाओं के लिए एक प्राकृतिक घटना है, इसे अन्यथा न लेकर जीवन का अह्म हिस्सा मानकर चलना चाहिए। माहवारी के दौरान निजी स्वच्छता अत्यंत जरूरी है। यह बात हिमाचल प्रदेश रेडक्राॅस सोसायटी की उपाध्यक्ष डा. साधना ठाकुर ने आज कुल्लू जिला के उपमण्डल बंजार में संवेदना अभियान के तहत स्तन कैंसर तथा बच्चादानी कैंसर के लक्षण व उपायों पर जिला प्रशासन द्वारा आयोजित कार्यशाला की अध्यक्षता करते हुए कही।
डाॅ. साधना ने कहा कि महिलाओं में स्तन तथा बच्चादानी कैंसर की समस्या गंभीर रूप इसलिए धारण कर लेती है क्योंकि ग्रामीण क्षेत्रों की अधिकांश महिलाएं प्राईवेट अंगों की बीमारियों को खुलकर नहीं बता पाती। महिलाओं का यह संकोच बीमारी को और अधिक गंभीर कर देता है जहां इसका उपचार संभव नहीं रह जाता। उन्होंने महिलाओं का आह्वान किया कि आंशिक सा लक्षण भी यदि महसूस हो तो तुरंत चिकित्सक के पास जाना चाहिए।
उन्होंने जिला में चलाए गए संवेदना अभियान को महिलाओं के लिए एक कारगर अभियान बताया और कहा कि प्रत्येक महिला को अभियान का हिस्सा बनना चाहिए ताकि वे माहवारी के दौरान अस्वच्छता के कारण होने वाली बीमारियों को समझ सके और समय रहते इनका उपचार करवा सके।
प्रदेश भाजपा उपायध्यक्ष धनेश्वरी ठाकुर ने अपने संबोधन में कहा कि महिलाओं की स्थिति आज बहुत बेहतर हो चुकी है। सरकार की अनेक ऐसी योजनाएं हैं जो महिलाओं को सशक्त बनाने में मददगार साबित हो रही हैं। उन्होंने कहा कि महिलाएं किसी भी क्षेत्र में आज पुरूषों से पीछे नहीं हैं। पंचायती राज संस्थानों में भाजपा की सरकार ने पहली बार महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण दिया था और आज के संदर्भ में यदि देखें तो महिलाएं 70 प्रतिशत से अधिक सीटों पर पंचायती राज संस्थानों में काबिज है।
लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल काॅलेज नेरचैक के सहायक प्रोफेसर कलिंदी सिंह तथा स्त्री रोग विशेषज्ञ डाॅ. अनु ने महिलाओं के गर्भाश्य तथा स्तन कैंसर के बारे में बारीकी से जानकारी दी। उन्होंने कहा यदि आरंभ में महिला अपनी जांच करवा लें तो इन बीमारियों का उपचार संभव है। उन्होंने महिलाओं में इस प्रकार के कैंसर होने तथा इसके लक्षणों के बारे में भी जानकारी दी।