भारतीय उच्च अध्ययन संस्थान और नेहरु युवा केंद्र ने अमृत कलश यात्रा आयोजित की
1 min read*संस्थान का स्थापना दिवस समारोह भी मनाया गया।*
शिमला, दिनांक 20 अक्तूबर 2023 । भारतीय उच्च अध्ययन संस्थान शिमला और नेहरु युवा केंद्र शिमला द्वारा संस्थान में शुक्रवार को भारत सरकार के “मेरी माटी मेरा देश” अभियान के तहत आज अमृत कलश यात्रा का धूमधाम से आयोजन किया गया। आज भारतीय उच्च अध्ययन संस्थान का स्थापना दिवस भी है और आज के ही दिन 20-अक्तूबर 1964 को भारत के दूसरे राष्ट्रपति सर्वपल्ली डॉ राधाकृष्णन ने इस संस्थान की स्थापना की थी। भारतीय उच्च अध्ययन संस्थान और नेहरू युवा केंद्र शिमला के संयुक्त तत्वावधन में आयोजित इस अमृत कलश यात्रा में सीमा सुरक्षा बल (चिकित्सा प्रशिक्षण केंद्र) के जवान, राजकीय उत्कृष्ट महाविद्यालय संजौली, राजीव गांधी राजकीय महाविद्यालय चौड़ा मैदान, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला पोर्टमोर के राष्ट्रीय सेवा योजना के छात्र व छात्राएं, संस्थान के अध्येता, अधिकारी और कर्मचारियों सहित लगभग 400 लोगों ने भाग लिया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन के साथ किया गया जिसके बाद परिसर से एकत्रित की गयी मिट्टी को अमृत कलश में मिश्रित किया गया। संस्थान के सचिव श्री मेहर चंद नेगी ने अमृत कलश यात्रा व सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया। उन्होने कहा कि भारत अपनी आजादी की 75वीं वर्षगांठ और संस्थान अपना 59 वां स्थापना दिवस मना रहा है। भारत एक विकासशील देश है और अगले 25 वर्षों को अमृत काल के रूप में जाना जाएगा क्योंकि इन 25 वर्षों में भारत को एक विकसित राष्ट्र रूप में स्थापित किए जाने का लक्ष्य भारत सरकार ने निर्धारित किया है। इस अवसर पर सीमा सुरक्षा बल के कमांडेंट डॉ. राजेश कुमार ने संबोधित करते हुए कहा कि मेरी माटी मेरा देश अभियान का उद्देश्य देश के नागरिकों में अपने देश के प्रति भावनात्मक जुड़ाव उत्पन्न करना है। उन्होंने भारतीय उच्च अध्ययन संस्थान के सभी लागों को इसकी स्थापना दिवस के अवसर पर निरंतर तरक्की करने की शुभाकमानाएं भी ज्ञापित की। इसके बाद नेहरू युवा केंद्र शिमला की राज्य निदेशक श्रीमती इरा प्रभात ने अपने उद्बोधन में कहा कि इस अमृत कलश में पूरे देश के हर कस्बे और गाँव से मिट्टी एकत्रित कि जा रही है जिससे देश कि राजधानी दिल्ली में आजादी के लिए अपने प्राण न्यौछावर करने वाले शहीदों की याद में एक शहीद स्मारक बनाया जाएगा। इसके बाद कार्यक्रम के मुख्य अतिथि और भारतीय उच्च अध्ययन संस्थान के राष्ट्रीय अध्येता प्रो. शंकर सरण ने संबोधित किया और कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रमों से प्रत्येक व्यक्ति में भावनात्मक रूप से जुड़ाव होता है और राष्ट्र भक्ति की भावना भी जागृत होती है जो किसी राष्ट्र की आर्थिक, सामाजिक और वैश्विक प्रगति का आधार बनती है। कार्यक्रम के अंत में नेहरू युवा केंद्र की जिला युवा अधिकारी सुश्री मनीषा शर्मा ने सभी प्रतिभागियों का धन्यवाद किया। कार्यक्रम और मंच का संचालन भारतीय उच्च अध्ययन संस्थान के जन-संपर्क अधिकारी श्री अखिलेश पाठक ने किया। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ किया गया जिसके पश्चात सभी प्रतिभागियों को संस्थान द्वारा जल-पान की व्यवस्था भी की गयी थी।
दोपहर बाद संस्थान के अध्येताओं व कर्मचारियों ने संस्थान के स्थापना दिवस के अवसर पर विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण संस्थान के कर्मचारियों द्वारा पारंपरिक हिमाचली लोकसंगीत व लोकनृत्य (नाटी) और गुजरात का लोकप्रिय नृत्य डांडिया रहा जिसे सभी कर्मचारियों और देश–विदेश से आए सभी अध्येताओं और सह-अध्येताओं ने खूब पसंद किया।
(अखिलेश पाठक)
जनसंपर्क अधिकारी