वीएलटीडी युक्त पैनिक बटन ना होने से रुका 150 HRTC बसों का पहिया
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एचआरटीसी की 150 नई बीएस-6 बसें पंजीकरण न होने के कारण रूटों पर नहीं चल पा रही हैं। वीएलटीडी युक्त पैनिक बटन क्रियाशील न होने के कारण परिवहन विभाग इन बसों का पंजीकरण नहीं कर रहा है। एचआरटीसी ने करोड़ों की लागत से 150 बसों को खरीदा है, लेकिन इन बसों के रूटों पर न उतरने से लोगों को खटारा बसों में सफर से छुटकारा नहीं मिल पा रहा। एक अप्रैल से एचआरटीसी की 15 साल उम्र पूरी कर चुकी 112 बसें रूटों से हटा दी गई हैं और नई खरीदी बसें भी रूटों पर नहीं चल पा रहीं।
संदीप कुमार, प्रबंध निदेशक, एचआरटीसी का कहना है कि तकनीकी समस्या के कारण नई बीएस-6 बसों का पंजीकरण नहीं हो पा रहा है। जल्द ही सभी बसें पंजीकृत कर रूटों पर संचालित कर दी जाएंगी। सुनिश्चित किया जाएगा की यात्रियों को परेशानी का सामना न करना पड़े।
एचआरटीसी ने टाटा कंपनी की 28 सीटर 25 और 47 सीटर 125 बसें खरीदी हैं। पहले नवरात्र पर 22 मार्च को नई बसों की पहली खेप नालागढ़ पहुंची थी। निगम की ओर से गठित कमेटी ने बसों का डिलीवरी पूर्व निरीक्षण किया।
वही क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी मंजीत शर्मा ने कहा कि केंद्रीय परिवहन मंत्रालय के दिशा निर्देशों के तहत सार्वजनिक वाहनों के पंजीकरण से पहले वीएलटीडी युक्त पैनिक बटन का क्रियाशील होना अनिवार्य है। किसी भी सूरत में बिना वीएलटीडी के बसों का पंजीकरण नहीं किया जा सकता। वीएलटीडी क्रियाशील होते ही बसें पंजीकृत कर दी जाएंगी।