सोमभद्रा ब्रांड नेम से बेहतर बनी मार्केटिंग, स्वयं सहायता समूहों ने किया 4.32 लाख का कारोबार
1 min readऊना, 21 दिसंबरः सोमभद्रा ब्रांड नेम मिलने के बाद से जिला ऊना के स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों को एक नई पहचान मिली है। 10 अगस्त 2021 को ऊना के एमसी पार्क में सोमभद्रा का पहला मेला लगाकर इसकी शुरुआत की गई, जिसके बाद से अब तक स्वयं सहायता समूहों ने 4.32 लाख रुपए का कारोबार किया है।
पहले स्वयं सहायता समूह अलग-अलग नाम से आचार, पापड़, सेवियां जैसे उत्पाद बनाकर बेचते थे, लेकिन सोमभद्रा ने स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों में एकरूपता लाई है, जिससे इन उत्पादों की पहचान आसानी से होती है और ग्राहकों के बीच सोमभद्रा ब्रांड प्रसिद्ध हो रहा है। सोमभद्रा ने इन उत्पादों की मार्केटिंग को बेहतर बनाया है और स्वयं सहायता समूहों का मुनाफा भी बढ़ा है। ब्रांड नेम मिलने के बाद उत्पादों की बाजार में मांग बढ़ने से समूहों का सामाजिक व आर्थिक उत्थान हुआ है, जिससे उन्हें घर-द्वार पर रोजगार मिलने की राह प्रशस्त हुई है।
जिला ऊना में 1857 स्वयं सहायता समूह विभिन्न प्रकार के उत्पाद बनाने से जुड़े हैं, जिनमें लगभग 9000 महिलाएं आजीविका उपार्जन के लिए काम करती हैं। एक सर्वे कर जिला प्रशासन ने पाया कि जिला ऊना के स्वयं सहायता समूहों के तैयार किए जा रहे उत्पाद सभी मापदंडों पर खरा उतर रहे थे, लेकिन मार्केटिंग व लेबलिंग के अभाव में यह उत्पाद बाजार में पिछड़ रहे थे। ऐसे में समस्या का स्थाई समाधान करते हुए जिला प्रशासन ऊना ने एक अभिनव पहल की और स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों को सोमभद्रा ब्रांड नाम दिया, जिससे महिला सशक्तिकरण को भी एक नया आयाम मिला। प्रथम चरण में सभी पांचों विकास खंडों से 5-5 स्वयं सहायता समूहों को सोमभद्रा के साथ जोड़ा गया।
एफएसएसएआई का लाइसेंस भी लिया
जिलाधीश राघव शर्मा ने कहा कि सोमभद्रा ब्रांड नेम के तहत जिला ऊना के सभी स्वयं सहायता समूहों को लाने का लक्ष्य रखा गया है। भविष्य में सभी स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों को एक स्तर पर लाया जाएगा, ताकि उनकी पहचान अलग से बन सके और उनका देसी स्वरूप भी बरकरार रहे। सभी उत्पादों को एक स्तर पर लाने के लिए जिला प्रशासन ऊना ने उत्पाद बनाने, प्रोसेसिंग तथा पैकेजिंग के लिए समर्थ नाम से एफएसएसएआई लाइसेंस भी प्राप्त कर लिया है। पैकेजिंग को आकर्षक बनाने के लिए डीआरडीए के माध्यम से पैकेजिंग की सामग्री भी प्रदान की गई, जिसके लिए धन राशि जिला प्रशासन ने वहन की।
वोकल फॉर लोकल का नारा किया बुलंद
ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वोकल फॉर लोकल का नारा दिया है। स्वयं सहायता समूह लोकल उत्पाद तैयार करते हैं, जिन्हें बेहतर बाजार उपलब्ध करवाने की दृष्टि से सोमभद्रा ब्रांड नेम दिया गया है। उत्पादों की बिक्री के लिए मेलों का आयोजन किया जा रहा है तथा जिला ऊना के बौल में शक्ति बिक्री केंद्र खोला गया है। जिला ऊना के अन्य विकास खंडों में भी एनएच के किनारे इसी प्रकार के बिक्री केंद्र खोले जा रहे हैं। इसके अतिरिक्त ऊना डाकघर में भी एक बिक्री केंद्र स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों को प्रदान किया गया है। प्रदेश सरकार स्वयं सहायता समूहों की हर प्रकार से मदद कर रही है, ताकि वह सशक्त व समृद्ध बन सकें।