प्रदर्शनकारियों ने की पत्थरबाजी, भीड़ के बीच फंसे डीजीपी और डीसी

सवर्ण आयोग के गठन की मांग को लेकर विधानसभा परिसर तपोवन से करीब एक किलोमीटर पीछे जोरावर स्टेडियम में प्रदेशभर से सैकड़ों लोग एकत्रित हुए। विधानसभा परिसर का घेराव करने की कोशिश की गई। प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेड्स तोड़ दिए और तपोवन विधानसभा परिसर के बाहर पहुंच गए। कुछ प्रदर्शनकारियों ने विधानसभा परिसर के भीतर घुसने की कोशिश की।
अग्निशमन विभाग की गाड़ियों को भी नुकसान पहुंचाया। इसके बाद पुलिस और अग्निशमन विभाग के कर्मियों ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए पानी की बौछार कर दी। प्रदर्शनकारियों ने पत्थरबाजी शुरू कर दी जिसमें कुछ लोग घायल हो गए हैं। डीजीपी और डीसी की गाड़ियों का भी घेराव कर लिया गया है।
डीजीपी संजय कुंडू और डीसी कांगड़ा निपुण जिंदल भीड़ के बीच फंस गए हैं। प्रदर्शनकारयों के पथराव में एएसपी की गाड़ी और एंबुलेंस के शीशे टूट गए। फिलहाल मौके पर स्थिति तनावपूर्ण हो गई है। दोनों तरफ टकराव की स्थिति बन गई है। करीब दस हजार प्रदर्शनकारी विधानसभा परिसर के बाहर जुटे हुए हैं। मुख्य सचिव रामसुभग सिंह प्रदर्शनकारियों से बात करने पहुंचे हैं।
इससे पहले पुलिस बल ने प्रदर्शनकारियों को जोरावर स्टेडियम से आगे नहीं जाने दिया। सवर्ण समाज ने मांग रखी कि जब तक प्रदेश सरकार सवर्ण आयोग का गठन नहीं करेगी, तब तक वे यहीं पर धरना प्रदर्शन करेंगे। इसके अलावा उन्होंने हर की पौड़ी हरिद्वार से लाए गंगाजल से प्रदेश के सभी विधायकों का शुद्धिकरण करने की बात कही।
सवर्ण समाज के लोग इस बात पर अड़े रहे कि या तो वे विधानसभा में जाकर सभी विधायकों का शुद्धिकरण करेंगे या फिर मुख्यमंत्री सहित सभी विधायकों को जोरावर स्टेडियम में शुद्धिकरण के लिए आना होगा। ऐसा न करने की स्थिति में उन्होंने जोरावर स्टेडियम से धरना प्रदर्शन को बंद नहीं करने की चेतावनी दी।
देवभूमि क्षत्रिय संगठन के प्रदेशाध्यक्ष रुमित सिंह ठाकुर और देवभूमि स्वर्ण मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष मदन लाल ठाकुर ने कहा कि आजतक सभी राजनीतिक दलों ने स्वर्ण समाज के साथ छलकपट और भेदभाव की राजनीति ही की है। जातिगत आरक्षण को जल्द खत्म किया जाना चाहिए।