आयुर्वेद के ज्ञान को सरल भाषा में युवाओं तक पहुंचाएं चिकित्सक : श्रवण मांटा
1 min readमंडी, 13 नवंबर:
अतिरिक्त जिलादंडाधिकारी श्रवण मांटा ने आयुर्वेद को एक जीवन शैली बताते हुए लोगों से स्वस्थ जीवन के लिए इसे अपनाने की अपील की है। वे भगवान धन्वन्तरी की जंयती के उपलक्ष्य में मनाये गए राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस पर जिला आयुर्वेद अस्पताल मंडी में आयोजित जिला स्तरीय कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने आयुर्वेद चिकित्सकों से आयुर्वेद के ज्ञान को सरल भाषा में युवा पीढी तक पहुंचाने का आह्वान किया।
इस अवसर पर कोविड 19 महामारी काल में आयुर्वेद विषय पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। श्रवण मांटा ने भगवान धन्वन्तरी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर एवं दीप प्रज्ज्वलन के साथ कार्यशाला का शुभारम्भ किया । श्रवण मांटा ने राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कोविड 19 के विरूद्ध जारी लडाई में आयुर्वेद विभाग के योगदान की सराहना की।
उन्होंने कहा कि विभाग के चिकित्सकों एंव कर्मचारियों ने इस बीमारी के विरूद्ध अभियान में बैरियर डयूटी, एक्टिव केस फाइंडिंग, कोविड केयर केंद्रों में सेवाएं, कॉंटेक्ट टेªसिंग और होम्योपैथी इम्यूनिटीवर्धक वितरण कार्यक्रम इत्यादि में बढ़ चढकर भाग लिया है। उन्होंने आयुर्वेद चिकित्सकों एवं कर्मचारियों को प्रशासन की ओर से हरसंभव सहायता उपलब्ध करवाने का आश्वासन दिया।
कार्यक्रम में जिला आयुर्वेद अधिकारी डॉ. गोविन्द राम शर्मा ने मुख्य अतिथि का धन्यवाद करते हुए बताया कि विभाग की तरफ से 36 आयुर्वेदिक चिकित्सक, 57 फार्मास्स्टि सीधे तौर पर कोविड केयर केंद्रों में कोविड डयूटी पर लगे हैं। विभाग के स्वास्थ्य संस्थान इस पूरी अवधि में सुचारू रूप से काम करते रहे हैं और लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाते रहें है।
उन्होंने जिला प्रशासन का 13500 परिवारों को होम्योपेथिक इम्युनिटि बूस्टर आर्सेकम एल्बम 30 और कोविड केयर केंद्रों में दाखिल मरीजों को आयुष क्वाथ के लिए वितीय सहायता प्रदान करने के लिए धन्यवाद दिया।
डॉ0 सचिन शर्मा आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी एवं नोडल अधिकरी ने उपस्थित लोगों के साथ कोरोना के लक्षण, निदान एंव बचाव के साथ आयुर्वेद से इस बीमारी के ईलाज और बचाव में अब तक हुए प्रयासों की जानकारी साझा की।
दूसरे सत्र में डॉ0 विक्रांत ठाकुर ने आयुर्वेद द्वारा रोग प्रतिरोधात्मक शक्ति बढाने के आसान और घरेलू उपायों के बारे में उपस्थित समूह को अवगत करवाया। उन्होंने आयुष क्वाथ और अन्य आसपास पाई जाने वाली जडी-बूटियों के बारे में विस्तृत चर्चा की।
इस अवसर पर कोविड केयर सेंटर और कॉंटेस्ट ट्रेसिंग में लगे हुए आयुर्वेद विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को प्रशस्ति पत्र प्रदान किए गये। इस अवसर पर आयुर्वेद विभाग द्वारा प्रदर्शनी भी लगाई गई।