ऊना में फाल आर्मी वर्म कीट ने तबाह की किसानों की मक्की की फसलें
1 min readऊना
जिला भर में किसानों की मक्की की फसलें फॉल आर्मी वर्म नामक कीट ने तबाह करके रख दी है। हालत यह है कि करीब एक माह पूर्व तक मक्की की फसल का इस कीट के कारण नुकसान करीब 6.47 फीसदी आंका गया था। लेकिन अब यह नुकसान व्यापक स्तर पर हो चुका है। इससे भी बड़ी चिंता की बात यह है कि कृषि विभाग द्वारा उपलब्ध करवाई जा रही कई दवाओं का भी असर इस कीट पर शून्य रहा है। जिसके चलते कृषि विभाग के साथ साथ किसानों की चिंताएं भी लगातार बढ़ती जा रही हैं। वही इस कीट पर काबू पाने के लिए कृषि विभाग द्वारा कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों की टीम का गठन कर रिसर्च को शुरू करने की बात कही गई है। कृषि मंत्री वीरेंद्र कंवर का कहना है कि इस कीट के खात्मे के लिए असरदार दवाओं का निर्माण इस रिसर्च के बाद ही हो पाएगा। जिला में इस बार सूखे की स्थिति के चलते मक्की की फसल पर फॉल आर्मीवर्म नाम के कीट का काफी कहर बरपा है।
प्रदेश सरकार ने फसलों पर हुए इस हमले के बाद कृषि अधिकारियों के जरिए एक सर्वे करवाया जिसमें 6.47 फ़ीसदी फसल का नुकसान आंका गया था। लेकिन अब जैसे-जैसे जिला भर से मामले सामने आने लगे हैं, यह नुकसान काफी बढ़ सकता है। फॉल आर्मी वर्म कीट का प्रकोप बढ़ने के साथ-साथ कृषि विभाग के अधिकारियों के जरिए लोगों को सूचना देने का क्रम शुरू किया गया है। पत्रक छपवा कर भी किसानों को इस संबंध में व्यापक स्तर पर जागरूक किया गया। इस रोग को काबू करने के लिए कृषि विभाग की तरफ से समय पर किसानों को दवाएं भी उपलब्ध करवाई गई। इसके बावजूद कई स्थानों पर दवाओं का प्रयोग करने के बाद भी यह कीट काबू में नहीं आ रहा। इसकी जांच के लिए कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों की एक विशेष टीम को गठित करके फील्ड में उतारा जा रहा है।
हिमाचल प्रदेश के कृषि मंत्री वीरेंद्र कंवर का कहना है कि वैज्ञानिकों की टीम इस पर एक रिसर्च भी करेगी ताकि इस कीट का पता लगाने के साथ-साथ इसे खत्म करने के लिए उपयोगी दवाओं का भी निर्माण किया जा सके।