हिमाचल में पकड़ी गई लुटेरी दुल्हन
1 min readसिरमौर। हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। यहां स्थित पांवटा साहिब में शादी करवा कर पैसे ऐंठने वाले हनी ट्रैप गैंग का पर्दाफाश हुआ है। पुलिस ने इस मामले में अभी लुतरी दुल्हान का काम करने वाली महिला को अरेस्ट कर लिया है, जबकि कुछ और लोगों की भी इसमे भूमिका बताई जा रही है।
बतौर रिपोर्ट्स, रोनहाट क्षेत्र की रहने वाली आशा उर्फ शीला नाम बदल कर शादी का ढोंग रचती थी। वहीं, शादी के कुछ समय बाद ससुराल से गहने व नकदी लेकर मौके से फरार हो जाती थी, लेकिन इस बार वो पुलिस के हत्थे चढ़ गई है। वहीं, इस फर्जी शादी के लिए बाकायदा दुल्हन के भाई व रिश्तेदार भी होते थे। इसके बाद ऐसे वर की तलाश की जाती थी, जिसे शादी के लिए लड़की ना मिल रही हो।
इसी कड़ी में हरियाणा के बिलासपुर का रहने वाला 35 वर्षीय बब्बर सिंह पुत्र महावीर सिंह इस जाल में फंसा। अब लुटेरी दुल्हन के साथ पुलिस ने 7 लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा-406, 420 व 120 बी के तहत मामला दर्ज कर लिया है। इसके साथ ही दुल्हन को हिरासत में ले लिया है।
शादी के समय दुल्हन का पता रेणुका जी क्षेत्र का बताया गया था। हरियाणा के यमुनानगर के रहने वाले पिरथी व ऋषिपाल की पहचान शिकायतकर्ता बब्बर सिंह से थी। उन्होंने बब्बर को कहा कि वो उसकी शादी हिमाचल में करवा सकते हैं। इस पर शिकायतकर्ता राजी हो गया।
इसके बाद माजरा की रहने वाली अनिका व रतन से बब्बर सिंह की मुलाकात करवाई गई। दुल्हन का परिचय नाम बदल कर आशा बताया गया। इसके साथ ही ये कहा गया कि लड़की के माता-पिता की मौत हो चुकी है। उसे बताया गया कि माता-पिता की मौत के बाद लड़की छोटे भाई सतीश के साथ माजरा में ही रह रही है। फिर 14 फरवरी को दोबारा बब्बर सिंह को माजरा बुलाया गया। माजरा की अनीता व रतन ने पीड़ित को शगुन लाने के लिए कहा।
पीड़ित ने शादी के वक्त आशा उर्फ शीला को एक सोने की अंगूठी, टाप्स, मंगलसूत्र व चांदी की पायल इत्यादि भी दी। एक सप्ताह बाद पीड़ित लुटेरी दुल्हन को लेकर माजरा भी पहुंचा। इसके बाद उससे बहसबाजी की जाने लगी। जैसे-तैसे पीड़ित आशा को अपने साथ ले जाने में सफल रहा। 14 अप्रैल 2021 को पीड़ित का भाई बनकर आए व्यक्ति ने कहा कि बहन को मेरे साथ भेज दो। 10-12 दिन बाद छोड़ देंगे, लेकिन उसने मना कर दिया।
उसी रात लुटेरी दुल्हन जेवरात व मोबाइल लेकर चंपत हो गई। फोन नहीं उठाया। इसी बीच पीड़ित को एक एडवोकेट ने भी कॉल की। पुलिस में कोई भी शिकायत दर्ज न करवाने की चेतावनी थी। इसके साथ ही यह भी खुलासा किया कि आशा की कई शादियां करवा चुके हैं। पीड़ित के मुताबिक आशा का असली नाम शीला पुत्री हीरा सिंह निवासी गांव कांडो हरियास है, जो शादी के लिए नाम व पता बदल कर पैसे ऐंठने का धंधा करती है।
उधर, एक अन्य जानकारी के मुताबिक दुल्हन समेत कुल 7 आरोपियों के खिलाफ पंचकुला के चंडी मंदिर में भी मामला दर्ज है। डीएसपी पांवटा साहिब वीर बहादुर ने कहा कि मामला दर्ज कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि महिला को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। जल्द ही बाकी आरोपियों को भी गिरफ्तार किया जाएगा।