कोरोना काल में स्वयं सहायता समूह की महिलाएं निभा रही अनुकरणीय भूमिका
1 min readनाहन 09 जून – कोरोना महामारी की रोकथाम में महिलाओं की भागीदारी को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से जिला सिरमौर के शिलाई उपमण्डल के 3 स्वयं सहायता समूह की 22 महिलाओं ने अनुकरणीय भूमिका निभा रही हैं। यह महिलाएं सामाजिक दायित्व का निर्वहन करते हुए उपमण्डल शिलाई के विभिन्न गांव को खुद सैनिटाइज कर रही हैं और लोगों को खुद तैयार किए हुए मास्क भी बांट रही हैं।
उपायुक्त सिरमौर डॉ आर के परुथी ने बताया कि स्वयं सहायता समूह की महिलाएं हर गतिविधी में बढ़चढ़ कर हिस्सा लेती हैं तथा इस कोरोना महामारी के दौरान भी यह महिलाएं लोगों को जागरूक करने में अहम भूमिका निभा रही हैं। जिला प्रशासन द्वारा स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के लिए समय-समय पर विभिन्न प्रशिक्षणों का आयोजन किया जाता है ताकि यह महिलाएं अपनी आर्थिकी को सुदृढ कर सकें। उन्होंने बताया कि इसी दिशा में नाहन के चौगान मैदान में इस वर्ष अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर दो दिवसीय सिरमौरी फूड फेस्टिवल का आयोजन किया गया था जिसमें महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा लगभग 1 लाख 50 हजार से अधिक की कमाई की गई थी।
खण्ड विकास अधिकारी शिलाई विनीत ठाकुर ने बताया कि इन 3 स्वयं सहायता समूह में वैष्णवी, साई और थारी माता स्वयं सहायता समूह शामिल हैं। स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने कोरोना महामारी में सक्रिय भूमिका निभाई है। इन महिलाओं ने शिलाई उपमण्डल जैसे दुर्गम क्षेत्र के कई गांव को खुद सैनिटाइज किया है और लोगों को खुद तैयार किए हुए कपडे के मास्क भी बांटे हैं। कोरोना काल में इन महिलाओं ने गरीब और असहाय लोगों को उनके घर द्वार पर राशन भी मुहैया करवाया है। कोरोना महामारी को फैलने से रोकने के लिए यह महिलाएं जिला प्रशासन का हर प्रकार से सहयोग करने के लिए तत्पर हैं।
विनीत ठाकुर ने बताया कि यह महिलाएं खण्ड स्तर पर आयोजित होने वाले विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रमों में सक्रिय रूप से भाग लेती रहती हैं। इन महिलाओं ने इस वर्ष होली के त्यौहार के उपलक्ष पर प्राकृतिक रंग बनाए थे जिनकी बिक्री खण्ड विकास अधिकारी कार्यालय में की गई थी। इसके अतिरिक्त, इन महिलाओं ने प्रशिक्षण प्राप्त कर बुरांस के फूलों से रस निकाल कर उसका विक्रय भी किया।