कोरोना संक्रमण की बदतर स्थिति के लिए मोदी सरकार की हठधर्मिता जिम्मेदार: राजेंद्र राणा

सुजानपुर के विधायक व प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष राजेंद्र राणा ने देश में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के लिए मोदी सरकार के सत्ता लोलुपता और हठधर्मिता को पूरी तरह जिम्मेदार ठहराया है। आज यहां जारी एक बयान में राजेंद्र राणा ने कहा कि देश पर शासन कर रही सरकार की यह जिम्मेदारी होती है कि वह किसी भी आपदा महामारी की स्थिति में देश की जनता की रक्षा के लिए अपने तमाम संसाधन झोंक दें और अपनी राजनीतिक इच्छाशक्ति का सबूत देते हुए जनता के हितों की रक्षा करे। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी और उनके सरकार के मंत्री अपने राज हठ और सत्ता की भूख के लिए कभी नमस्ते ट्रंप कार्यक्रम में लगे रहे तो कभी चुनावी रैलियां और रोड शो में भीड़ इकट्ठी करके कोरोना संक्रमण के प्रसार में अपना योगदान देते रहे, जिसका खामियाजा आज देश की जनता को भुगतना पड़ रहा है।
राजेंद्र राणा ने कहा कि दुनिया के सभी बड़े देश जब कोरोना वायरस की दूसरी लहर की आशंका के बीच अपने अपने देश में स्वास्थ्य ढांचे को मजबूत करने में जुटे थे, तब मोदी सरकार “नमस्ते ट्रंप” कार्यक्रम आयोजित करने में लगी थी और उसके बाद चुनावों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह सहित बाकी के नेता हजारों की भीड़ इकट्ठी करके कोरोना संक्रमण के फैलाव के लिए जिम्मेदार बने रहे।
उन्होंने कहा देश का राजनीतिक नेतृत्व मुसीबत की घड़ी में जनता का मार्गदर्शन करने के लिए होता है ना कि सत्ता की भूख की खातिर देशवासियों की जिंदगी खतरे में डालने के लिए होता है। राजेंद्र राणा ने कहा देश की जनता को आज इस वायरस से बचाव के लिए टीकाकरण की जरूरत है लेकिन मोदी जी ने पहले विदेशों में वैक्सीन भेजने को प्राथमिकता दी और अब भारत की जनता को लगने वाली वैक्सीन की समय की मियाद को लगातार बढ़ाते जा रहे हैं। उन्होंने कहा कोरोना संक्रमण इस कठिनतम दौर में अस्पतालों में बेड व ऑक्सीजन तथा वेंटिलेटर की व्यवस्था करना सत्तारूढ़ दल का काम होता है।। लेकिन मोदी सरकार अपनी सत्ता की भूख मिटाने में ही लगी रही और और लोग अस्पतालों में बैठे ऑक्सीजन ना मिलने पर बेमौत मरते रहे। उन्होंने कहा कि यह बड़ी हास्यस्पद बात है कि सत्तारूढ़ दल अपनी हर नाकामी का ठीकरा विपक्ष पर फोड़ देता है।।
राजेंद्र राणा ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह ने वैश्विक मंदी के बावजूद अपने प्रधानमंत्री कार्यकाल के दौरान देश में विकास दर को थमने नहीं दिया था और ना ही आर्थिक मंदी आने दी थी।
उन्होंने कहा उनके कार्यकाल में लोगों को निजी क्षेत्र की नौकरियों से हाथ धोना भी नहीं पड़ा था लेकिन मोदी सरकार के सत्ता काल में देश की आर्थिक विकास दर पताल तक पहुंच गई है और महंगाई आसमान छू रही है। उन्होंने कहा डॉ मनमोहन सिंह ने प्रधानमंत्री को कोरोना वैक्सीन तैयार करने के लिए निजी क्षेत्र की अन्य प्रमुख कंपनियों को भी लाइसेंस देने की वकालत की है ताकि देश में वैक्सीनेशन अभियान में तेजी लाकर हर देशवासी को वैक्सीन लगाई जा सके और डॉ मनमोहन सिंह की इस सलाह पर भाजपा के ही पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष व मोदी सरकार के सीनियर मंत्री नितिन गडकरी ने भी सहमति जताई है परंतु मोदी सरकार राज हठ में अपने ही सीनियर मंत्री की बात भी नहीं सुन रही, जो अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है।